Saturday 29 July 2017

अनुभव

*"अनुभव कहता है*
*खामोशियाँ ही बेहतर हैं,*
*शब्दों से लोग रूठते बहुत हैं..."*

*जिंदगी गुजर गयी....*
*सबको खुश करने में ..*

*जो खुश हुए वो अपने नहीं थे,*
*जो अपने थे वो कभी खुश नहीं* *हुए...*

मुसीबत नहीं टलती


*आँखे बंद करने से..*
      *मुसीबत नहीं टलती .!*
                  *और .*
       *मुसीबत आए बिना ..*
        *आँखे  नहीं खुलती...*

     *छल* में बेशक *बल* है
                  लेकिन
  *प्रेम * में आज भी *हल* है..
 

बहस

*खुद से बहस करोगे तो_*
      *_सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे !_*
              *_अगर दुसरो से करोगे तो_*
        *_और नये सवाल खड़े हो जायेंगे !!_*
     *_जब मनुष्य अपनी ग़लती का वक़ील_*
           *_और दूसरों की गलतियों का_*
                *_जज बन जाता है तो_*
        *_फैसले नही फासले हो जाते है..*