*गणितीय शब्दों से जीवन की सुन्दर व्याख्या*
जीवन
*गणित* है।
सांसें
*घटती* है
अनुभव
*जुड़ते* है।
अलग अलग
*कोष्ठकों* में
बंद हम
बुनते रहते हें
*समीकरण* ।
लगाते रहते हैं
*गुणा*- *भाग*।
जबकि
अंतिम सत्य
*शून्य*।।
*गणितीय शब्दों से जीवन की सुन्दर व्याख्या*
जीवन
*गणित* है।
सांसें
*घटती* है
अनुभव
*जुड़ते* है।
अलग अलग
*कोष्ठकों* में
बंद हम
बुनते रहते हें
*समीकरण* ।
लगाते रहते हैं
*गुणा*- *भाग*।
जबकि
अंतिम सत्य
*शून्य*।।
राम चन्द्र कह गए सिया से, ऐसा इक दिन आएगा..
..मेरा नाम मात्र लेने से ही "मजहब" खतरे में पड़ जायेगा..
Life is not qualified by fluent english, branded clothes or a rich lifestyle.
It is measured by the number of faces who smile when they hear your name!!
जीवन की योग्यता धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलने से या नामी कपडे पहनने से या फिर धनाढ्य जीवन शैली से नही मापी जाती
इसका सही मूल्यांकन है जब आपका नाम सुनने के बाद लोगो के चेहरे पे मुस्कुराहट आये ।
*खुशियां बाटते रहे व मुस्कुराते रहे *
*जिसका जैसा “चरित्र” होता है*
*उसका वैसा ही “मित्र” होता है*
*”शुद्धता” होती है “विचारों” में*
*“आदमी” कब “पवित्र”होता है*
*फूलो में भी कीड़े पाये जाते हैं..,*
*पत्थरों में भी हीरे पाये जाते हैं..*
*बुराई को छोड़कर*
*अच्छाई देखिये तो सही..,*
*नर में भी नारायण पाये जाते हैं..!!*
*मैं आप के साथ हूँ*
*ये मेरा भाग्य है।*
*पर आप मेरे साथ है*
*यह मेरा सौभाग्य है…*
*सुप्रभात*
*आपका आज का दिन शुभ व मंगलमय हो*
*"अनुभव कहता है*
*खामोशियाँ ही बेहतर हैं,*
*शब्दों से लोग रूठते बहुत हैं..."*
*जिंदगी गुजर गयी....*
*सबको खुश करने में ..*
*जो खुश हुए वो अपने नहीं थे,*
*जो अपने थे वो कभी खुश नहीं* *हुए...*
*आँखे बंद करने से..*
*मुसीबत नहीं टलती .!*
*और .*
*मुसीबत आए बिना ..*
*आँखे नहीं खुलती...*
*छल* में बेशक *बल* है
लेकिन
*प्रेम * में आज भी *हल* है..
*खुद से बहस करोगे तो_*
*_सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे !_*
*_अगर दुसरो से करोगे तो_*
*_और नये सवाल खड़े हो जायेंगे !!_*
*_जब मनुष्य अपनी ग़लती का वक़ील_*
*_और दूसरों की गलतियों का_*
*_जज बन जाता है तो_*
*_फैसले नही फासले हो जाते है..*