Saturday, 29 April 2017

आयकर विभाग की रेड

*हँसता हुआ मन*
*और*
*हँसता हुआ चेहरा*
*यही सच्ची संपति है....!!*

*इस पर*
*आयकर विभाग की रेड कभी नहीं पड़ती....!!*
        

हम से न रूठे !

*कोशिश करो की कोई*
            *हम से न रूठे !*
        *जिन्दगी में अपनों का*
             *साथ न छूटे !*
        *रिश्ते कोई भी हो उसे*
            *ऐसे निभाओ !*
       *कि उस रिश्ते की डोर*
         *ज़िन्दगी भर न छूटे*
      

               

Friday, 3 March 2017

तेरा अपना करम!

*करम की गठरी लाद के,*
              *जग में फिरे इंसान,!!*
*जैसा करे वैसा भरे,*
              *विधि का यही विधान,!!*
*करम करे किसमत बने,*
               *जीवन का ये मरम,!!*
*प्राणी तेरे भाग्य में,*
                *तेरा अपना करम!!*

तेरा अपना करम!

*करम की गठरी लाद के,*
              *जग में फिरे इंसान,!!*
*जैसा करे वैसा भरे,*
              *विधि का यही विधान,!!*
*करम करे किसमत बने,*
               *जीवन का ये मरम,!!*
*प्राणी तेरे भाग्य में,*
                *तेरा अपना करम!!*

Wednesday, 22 February 2017

दुःख में भागीदारी

*यार से ऐसी यारी रख*
          *दुःख में भागीदारी रख,*
*चाहे लोग कहे कुछ भी*
             *तू तो जिम्मेदारी रख,*
*वक्त पड़े काम आने का*
          *पहले अपनी बारी रख,*
*मुसीबते तो आएगी*
             *पूरी अब तैयारी रख,*
*कामयाबी मिले ना मिले*
     *जंग हौंसलों की जारी रख,*
*बोझ लगेंगे सब हल्के*
           *मन को मत भारी रख,*
*मन जीता तो जग जीता*
     *कायम अपनी खुद्दारी रख.*

Thursday, 16 February 2017

सम्बन्ध को निभाना

*सम्बन्ध को जोड़ना*
      *एक कला है,*
          *लेकिन*
*"सम्बन्ध को निभाना"*
     *एक साधना है*

*जिंदगी मे हम कितने सही और कितने गलत है, ये सिर्फ दो ही शक्स जानते है..*

*"ईश्वर "और अपनी "अंतरआत्मा"*
    

    

तेरे गिरने में, तेरी हार नहीं

*तेरे गिरने में, तेरी हार नहीं ।*
*तू आदमी है, अवतार नहीं ।।*
*गिर, उठ, चल, दौड, फिर भाग,*
*क्योंकि*
*जीत संक्षिप्त है इसका कोई सार नहीं ।।***
       
         *वक्त  तो  रेत  है*
     *फिसलता  ही  जायेगा*
     *जीवन  एक  कारवां   है*
     *चलता  चला  जायेगा*
     *मिलेंगे  कुछ खास*
     *इस  रिश्ते  के  दरमियां*
     *थाम  लेना  उन्हें  वरना*
     *कोई  लौट  के  न  आयेगा*
         
  *सुबह का प्रणाम  सिर्फ रिवाज़ ही नही बल्कि आपकी फिक्र का एहसास भी है...*
*रिश्ते जिन्दा  रहें और यादें भी बनी रहे...*