*तेरे गिरने में, तेरी हार नहीं ।*
*तू आदमी है, अवतार नहीं ।।*
*गिर, उठ, चल, दौड, फिर भाग,*
*क्योंकि*
*जीत संक्षिप्त है इसका कोई सार नहीं ।।***
*वक्त तो रेत है*
*फिसलता ही जायेगा*
*जीवन एक कारवां है*
*चलता चला जायेगा*
*मिलेंगे कुछ खास*
*इस रिश्ते के दरमियां*
*थाम लेना उन्हें वरना*
*कोई लौट के न आयेगा*
*सुबह का प्रणाम सिर्फ रिवाज़ ही नही बल्कि आपकी फिक्र का एहसास भी है...*
*रिश्ते जिन्दा रहें और यादें भी बनी रहे...*
Thursday, 16 February 2017
तेरे गिरने में, तेरी हार नहीं
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