Tuesday, 31 January 2017

वास्तविक सुख


"-- एक आदमी ने मूर्तिकार से पूछा -- " आप पत्थर से इतनी सुन्दर मूर्ति कैसे बना लेते हैं ?"
उसने उत्तर दिया --
"-उसमें सुन्दरता पहले से छुपी हुई रहती है ! मैं सिर्फ़ अतिरिक्त पत्थर हटाता हूँ ! "
वास्तविक सुख , आपके अन्दर ही छुपा हुआ है ! सिर्फ़ अतिरिक्त चिन्ताएं हटा दें !

गुरू नानक वचन

● एक आदमी ने गुरू नानक से पूछा: मैं इतना गरीब क्यों हूँ....?
○••• गुरू नानक ने कहा: तुम गरीब हो क्योंकि तुमने देना नहीं सीखा....
○ आदमी ने कहा: परन्तु मेरे पास तो देने के लिए कुछ भी नहीं है
● गुरू नानक ने कहा:
तुम्हारा चेहरा, एक मुस्कान दे सकता है..तुम्हारा मुँह, किसी की प्रशंसा कर सकता है या दूसरों को सुकून पहुंचाने के लिए दो मीठे बोल बोल सकता है.. तुम्हारे हाथ, किसी ज़रूरतमंद की सहायता कर सकते हैं.. और तुम कहते हो तुम्हारे पास देने के लिए कुछ भी नहीं..!! आत्मा की गरीबी ही वास्तविक गरीबी है..
○ _*पाने का हक उसी को है..*_
_*जो देना जानता है.*
            

उद्यमं साहसं धैर्यं बुद्धिः

*उद्यमं साहसं धैर्यं बुद्धिः शक्तिः पराक्रमः।*
*षडेते यत्र वर्तन्ते तत्र देवः सहायकृत्।।*
*भावार्थ*  उद्योग, साहस, धैर्य, बुद्धि, शक्ति, पराक्रम– ये छः गुण जिसके पास हैं, उसकी देवता भी सहायता करते हैं यानी उसका भाग्य  फलता है।
         शुभ प्रभात ।
आपका दिन मंगलमय हो

चार कीमती रत्न भेज रहा हूँ..

*चार कीमती रत्न भेज रहा हूँ..*
*मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप इससे जरूर धनवान होंगे..!*

*1.पहला रत्न है:-*
          *" माफी "*
*तुम्हारे लिए कोई कुछ भी कहे, तुम उसकी बात को कभी अपने मन में न बिठाना, और ना ही उसके लिए कभी प्रतिकार की भावना मन में रखना, बल्कि उसे माफ़ कर देना।*

*2.दूसरा रत्न है:-*
         *"भूल जाना"*
*अपने द्वारा दूसरों के प्रति किये गए उपकार को भूल जाना, कभी भी उस किए गए उपकार का प्रतिलाभ मिलने की उम्मीद मन में न रखना।*

*3.तीसरा रत्न है:-*
        *"विश्वास"*
*हमेशा अपनी मेहनत और उस परमपिता परमात्मा पर अटूट विश्वास रखना । यही सफलता का सूत्र है ।*

*4.चौथा रत्न है:-*
          *"वैराग्य"*
*हमेशा यह याद रखना कि जब हमारा जन्म हुआ है तो निश्चित ही हमें एक दिन मरना भी है..!  इसलिए बिना लिप्त हुए जीवन का आनंद लेना ! वर्तमान में जीना ! यही जीवन का असल सच है..!*
 
      ❗❗ सुप्रभात  ❗❗

मीठा मोती

*मीठा मोती*

*पैर में से काँटा निकल जाए तो..*
*चलने में मज़ा आ जाता है,*
*और मन में से अहंकार निकल जाए तो..*
*जीवन जीने में मज़ा आ जाता है..*
*चलने वाले पैरों में कितना फर्क है ,*
*एक आगे है तो एक पीछे  ।*
*पर ना तो आगे वाले को अभिमान है*
*और ना पीछे वाले को अपमान ।*
*क्योंकि उन्हें पता होता है*
*कि पलभर में ये बदलने वाला है ।*
*" इसी को  जिन्दगी  कहते है "?*

*"खुश रहिये मुस्कुराते रहिये*

Saturday, 28 January 2017

Self defence for women

1. एक नारी को तब क्या करना चाहिये जब वह देर रात में किसी उँची इमारत की लिफ़्ट में किसी अजनबी के साथ स्वयं को अकेला पाये ?

विशेषज्ञ का कहना है: जब आप लिफ़्ट में प्रवेश करें और आपको 13 वीं मंज़िल पर जाना हो, तो अपनी मंज़िल तक के सभी बटनों को दबा दें ! कोई भी व्यक्ति उस परिस्थिति में हमला नहीं कर सकता जब लिफ़्ट प्रत्येक मंजिल पर रुकती हो !

2. जब आप घर में अकेली हों और कोई अजनबी आप पर हमला करे तो क्या करें ? तुरन्त रसोईघर की ओर दौड़ जायें

विशेषज्ञ का कहना है: आप स्वयं ही जानती हैं कि रसोई में पिसी मिर्च या हल्दी कहाँ पर उपलब्ध है ! और कहाँ पर चक्की व प्लेट रखे हैं !यह सभी आपकी सुरक्षा के औज़ार का कार्य कर सकते हैं ! और भी नहीं तो प्लेट व बर्तनों को ज़ोर- जोर से फैंके भले ही टूटे !और चिल्लाना शुरु कर दो !स्मरण रखें कि शोरगुल ऐसे व्यक्तियों का सबसे बड़ा दुश्मन होता है ! वह अपने आप को पकड़ा जाना कभी भी पसंद नहीं करेगा !

3. रात में ऑटो या टैक्सी से सफ़र करते समय !

विशेषज्ञ का कहना है: ऑटो या टैक्सी में बैठते समय उसका नं० नोट करके अपने पारिवारिक सदस्यों या मित्र को मोबाईल पर उस भाषा में विवरण से तुरन्त सूचित करें जिसको कि ड्राइवर जानता हो ! मोबाइल पर यदि कोई बात नहीं हो पा रही हो या उत्तर न भी मिल रहा हो तो भी ऐसा ही प्रदर्शित करें कि आपकी बात हो रही है व गाड़ी का विवरण आपके परिवार/ मित्र को मिल चुका है ! . इससे ड्राईवर को आभास होगा कि उसकी गाड़ी का विवरण कोई व्यक्ति जानता है और यदि कोई दुस्साहस किया गया तो वह अविलम्ब पकड़ में आ जायेगा ! इस परिस्थिति में वह आपको सुरक्षित स्थिति में आपके घर पहुँचायेगा ! जिस व्यक्ति से ख़तरा होने की आशंका थी अब वह आपकी सुरक्षा का ध्यान रखेगा !

4. यदि ड्राईवर गाड़ी को उस गली/रास्ते पर मोड़ दे जहाँ जाना न हो और आपको महसूस हो कि आगे ख़तरा हो सकता है - तो क्या करें ?

विशेषज्ञ का कहना है कि आप अपने पर्स के हैंडल या अपने दुपट्टा/ चुनरी का प्रयोग उसकी गर्दन पर लपेट कर अपनी तरफ़ पीछे खींचती हैं तो सैकिण्डो में वह व्यक्ति असहाय व निर्बल हो जायेगा ! यदि आपके पास पर्स या दुपट्टा न भी हो तो भी आप न घबरायें ! आप उसकी क़मीज़ के काल़र को पीछे से पकड़ कर खींचेंगी तो शर्ट का जो बटन लगाया हुआ है वह भी वही काम करेगा और  आपको अपने बचाव का मौक़ा मिल जायेगा ! 

5. यदि रात में कोई आपका पीछा करता है !

विशेषज्ञ का कहना है: किसी भी नज़दीकी खुली दुकान या घर में घुस कर उन्हें अपनी परेशानी बतायें ! यदि रात होने के कारण बन्द हों तो नज़दीक में एटीएम हो तो एटीएम बाक्स में घुस जायें क्योंकि वहाँ पर सीसीटीवी कैमरा लगे होते हैं ! पहचान उजागर होने के भय से किसी की भी आप पर वार करने की हिम्मत  नहीं होगी !

आख़िरकार मानसिक रुप से जागरुक होना ही आपका आपके पास रहने वाला सबसे बड़ा हथियार सिद्ध होगा ! 

कृपया समस्त नारी शक्ति जिसका आपको ख़्याल है उन्हें न केवल बतायें बल्कि उन्हें जागरुक भी कीजिए ! अपनी नारी शक्ति की सुरक्षा के लिये ऐसा करना ! न केवल हम सभी का नैतिक उत्तरदायित्व है बल्कि कर्त्तव्य भी है !  

प्रिय मित्रों इससे समस्त नारी शक्ति -अपनी माताश्री,बहन, पत्नी व महिला मित्रों को अवगत करावें !

आप सभी से विनम्र निवेदन की इस संदेश को महिला शक्ति की जानकारी में अवश्य लायें यह समस्त नारी शक्ति की सुरक्षा के लिये सहायक सिद्ध होगा ! ऐसा मेरा विश्वास है !

Friday, 27 January 2017

काबिलियत

*“सोच ये ना रखें की  मुझे रास्ता अच्छा मिले,*
*बल्कि*
*ये होना चाहिए कि मैं जहां पाव रखूं वो रास्ता अच्छा हो जाए;*

*क्यूँकि जो अपने कदमों की काबिलियत  पर विश्वास रखते हैं,*
*वो ही अक्सर मंजिल पर पहूँचते है!”*