Saturday, 26 August 2017

हमारी "समस्या"

नीदरलैण्ड विश्व का सर्वाधिक नास्तिक देश है!!!
अपराध दर इतनी कम, के जेलखाने तक बन्द करने पडे!!!
100% शिक्षित लोग!!!
रहन सहन का अत्यधिक उच्च स्तर!!!

और एक हमारा देश है@
रोजाना लोग हरा,भगवा, लाल, पीला,नीला,काला झण्डे लेके घूमते है फिर भी
भयंकर गरीबी, बढती बेरोजगार, हत्या, बलात्कार, भेदभाव, जातीय हिंसा, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार, गरीबो का शोषण,
हमारा यहाँ आम बात है।

*समाज" के "अनपढ़" लोग  हमारी "समस्या" नहीं है ।*

*"समाज" के "पढे़ लिखे" लोग "गलत" बात का "समर्थन" करने के लिए अपनी "बुध्दि" का उपयोग करते हैं ।*

*ये हमारी "समस्या" है ।*
*कडवा है पर सत्य है.l*

Sunday, 20 August 2017

चिंता ऐसी डाकिनी

चिंता ऐसी डाकिनी, काट कलेजा खाए ।
वैद बेचारा क्या करे, कहा तक दवा लगाए ॥

अर्थ : चिंता एक ऐसी चोर है जो सेहत चुरा लेती है। चिंता और व्याकुलता से पीड़ित व्यक्ति का कोई इलाज नहीं कर सकता।

दिनन के फेर

रहिमन चुप हो बैठिये, देखि दिनन के फेर।
जब नीके दिन आइहैं, बनत न लगिहैं देर॥

अर्थ: जब बुरे दिन आए हों तो चुप ही बैठना चाहिए, क्योंकि जब अच्छे दिन आते हैं तब बात बनते देर नहीं लगती।

दया  भाव  ह्रदय  नहीं

दया  भाव  ह्रदय  नहीं , ज्ञान  थके  बेहद  |
ते  नर  नरक  ही  जायेंगे , सुनी  सुनी  साखी  शब्द  ||

अर्थ : कुछ लोगों में न दया होती है और न हमदर्दी, मगर वे दूसरों को उपदेश देने में माहिर होते हैं। ऐसे व्यक्ति, और उनका निरर्थक ज्ञान नर्क को प्राप्त होता है।

बानी ऐसी बोलिये

बानी ऐसी बोलिये, मन का आपा खोय।
औरन को सीतल करै, आपहु सीतल होय॥

अर्थ: अपने मन से अहंकार को निकालकर ऐसी बात करनी चाहिए जिसे सुनकर दूसरों को खुशी हो और खुद भी खुश हों।

Saturday, 12 August 2017

गणितीय शब्दों से जीवन

*गणितीय शब्दों से जीवन की सुन्दर व्याख्या*

जीवन
*गणित* है।
सांसें
*घटती* है
अनुभव
*जुड़ते* है।

अलग अलग
*कोष्ठकों* में
बंद हम
बुनते रहते हें
*समीकरण* ।
लगाते रहते हैं
*गुणा*- *भाग*।

जबकि
अंतिम सत्य
*शून्य*।।

Wednesday, 9 August 2017

मजहब

राम चन्द्र कह गए सिया से, ऐसा इक दिन आएगा..

..मेरा नाम मात्र लेने से ही "मजहब" खतरे में पड़ जायेगा..